This website uses cookies to provide a better user experience.

By clicking accept, you agree to the policies outlined in the Cookie Settings.

accessibility
Accessibility Controls
Accessibility Controls

एलोरा की गुफाएं

Inner  Banner
Agra Fort

एलोरा की गुफाएं

महाराष्ट्र

एलोरा की गुफाएं न केवल तीन महान धर्मों (बौद्ध, ब्राह्मणमत और जैन धर्म) की साक्षी हैं बल्कि यह सहिष्णुता की भावना को भी दर्शाती हैं जो प्राचीन भारत की विशेषता थी, जहां इन तीनों धर्मों को अपने धार्मिक स्थलों और अपने समुदायों को एक ही स्थान पर स्थापित करने का अवसर मिला जिसने इस संस्कृति के सार्वभौमिक मूल्यों को पुन: स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। यह गुफाएं, 600 से 1,000 ईसवी के बीच इन स्मारकों की निरंतर श्रृंखला के साथ प्राचीन भारत की सभ्‍यता को पुनर्जीवित करती हैं।

महाराष्ट्र में, औरंगाबाद के निकट 2 किलोमीटर से भी अधिक के क्षेत्र में फैले ये 34 बौद्ध मठ और मंदिर, एक ऊंची बेसाल्ट की खड़ी चट्टान की भित्ति में साथ-साथ खोद कर निकाले गए थे। अपनी 600 से 1000 ईसवी के बीच के स्मारकों की निरंतर श्रृंखला के साथ, एलोरा की गुफाएं प्राचीन भारत की सभ्यता को पुनर्जीवित करती हैं। एलोरा परिसर न केवल एक अद्वितीय कलात्मक कृति और तकनीकी उपलब्धि है बल्कि बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म को समर्पित अपने धार्मिक स्थलों सहित, यह सहिष्णु्ता की भावना को भी दर्शाता है जो कि प्राचीन भारत की विशेषता रही है।

महाराष्ट्र में, औरंगाबाद के निकट 2 किलोमीटर से भी अधिक के क्षेत्र में फैले ये 34 बौद्ध मठ और मंदिर, एक ऊंची बेसाल्ट की खड़ी चट्टान की भित्ति में साथ-साथ खोद कर निकाले गए थे। अपनी 600 से 1000 ईसवी के बीच के स्मारकों की निरंतर श्रृंखला के साथ, एलोरा की गुफाएं प्राचीन भारत की सभ्यता को पुनर्जीवित करती हैं। एलोरा परिसर न केवल एक अद्वितीय कलात्मक कृति और तकनीकी उपलब्धि है बल्कि बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म को समर्पित अपने धार्मिक स्थलों सहित, यह सहिष्णु्ता की भावना को भी दर्शाता है जो कि प्राचीन भारत की विशेषता रही है।